तो दोस्त आज हम पढने वाले हैं भौतिक विज्ञान(Physics) यानी की फिजिक्स के कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण(Important) बेसिक्स (Basics) जो की हमने काफी पहले की जूनियर क्लासेज में पढ़ भी रखे हैं


 परन्तु जैसा की हम इंसानों का नेचर होता है की आगे का पढ़ते जाते पीछे का भूलते जाते :) मतलब ये सभी के साथ ही होता है और जब हम बड़ी क्लासेज में पहुँचते हैं तो मालुम पढता है की अब हमें फिरसे
वही पढना है जो हम पिछले 6,7,8th क्लासेज में पढके आये हैं, तो इस क्लास में हम भौतिक विज्ञान यानी की फिजिक्स के वे महत्वपूर्ण टॉपिक्स पढने वाले हैं जो हम अभी 10th से लेकर 12th और डिग्रियों सहित प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पढ़ रहे हैं मगर बस उनका लेवल बदल चुका हैं तो यार अगर आप  6th क्लास से लेकर 
डिग्री या प्रतियोगी परीक्षाओं के भी स्टूडेंट हैं तो यह क्लास हम सब के लिए है , हम सब आज मिलकर फिजिक्स के जितना हो सके बेसिक्स क्लियर करते हैं, तो मै हूँ आपका दोस्त और आज हम मिलकर फिजिक्स को फिनिश :) करने वाले हैं                                        

तो दोस्त भौतिक विज्ञान यानी की फिजिक्स के बारे में जानने से पहले हमें विज्ञान(Science) के बारे में भी जान लेना चाहिए क्योंकि भौतिक विज्ञान, विज्ञान का ही एक पार्ट यानी की भाग है..
 


विज्ञान क्या है? [Whats is science?]

जबसे इस पृथ्वी(Earth) पर हमारा यानी की मनुष्यों(Humans) का विकाश हुआ है, उसमें यानी की हम में इस प्रक्रति को जानने की उत्सुकता(Curious) लगातार बढती ही जा रही है, और फिर उत्सुकता हो भी क्यों ना हम पृथ्वी के सबसे बुद्धिमान जीव(Animals) जो हैं |

तो दोस्त जबसे मानव जाती का पृथ्वी पर विकाश हुआ है वह विभिन्न प्राकृतिक घटनाओं जैसे की तारों का टिम टिमआना(why do stars twinkle in hindi?), मौसम का बदलना(Why does the weather change in hindi ?), दिन रात होना(Day and night change) और छोटे से बीज से एक पौधे और पौधे से पेड़ का निर्माण (Creating a plant from small seeds and trees from plants) आदि घटनाओं को जानने में बहुत अधिक दिलचस्पी(interest) दिखा रहा है, इस प्रकार की  घटनाओं(phenomena) के अध्यन(Study) को ही विज्ञान(Science) कहते है |
         विज्ञान शब्द(Word) लैटिन भाषा के सैन्टा शब्द से लिया गया है इस शब्द का अर्थ अपनी यानी की हिंदी भाषा में ज्ञान होता है जिसे इंलिश में साइंस कहते हैं 
मानव जाती के विकाश के साथ साथ इस विषय का विषयक्षेत्र(Scope) भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है, विषयक्षेत्र को बढ़ता देख वैज्ञानिकों ने इसे तीन अलग अलग भागों में बाँट दिया है जो की निम्न हैं 

There are three branches of science given below..

1 भौतिक विज्ञान (Physics)
2 रसायन विज्ञान (Chemistry)
3  जीव विज्ञान (Biology)

और दोस्त अब हम आगे पढने वाले हैं भौतिक विज्ञान(Physics) के बारे में 

भौतिक विज्ञान क्या है? [What is physics in hindi?]

भौतिक विज्ञान(physics),  विज्ञान(Science) की वह शाखा(Branch) है जिसमें सामान्य तौर पर ब्रम्हांड(Universe) या अपने वातावरण(Environment)  में हो रहीं प्राकृतिक घटनाओं(Natural phenomena) का विश्लेषण(Analysis) यानी की अध्यन(Study) किया जाता है और इन घटनाओं को समझा जाता है. भौतिक विज्ञान यानी फिजिक्स पदार्थ(matter) और उर्जा(energy) का अध्ययन करने वाला विज्ञान(Science) है | 
            

       भौतिक विज्ञान का भौतिक शब्द ग्रीक(Greek lang.) भाषा के एक शब्द फिजिकोज(phykos) से लिया गया है जिसका हिंदी में मतलब होता है प्रकृति(nature)| भौतिक विज्ञान यानी की फिजिक्स में हम द्रव ऊर्जा तथा पदार्थ की  स्थितिओं(Situations) के बारे में अध्यन करते हैं |
मगर मुख्य रूप(mainly) से इसका विषयक्षेत्र प्रकृति(nature) ही है |

क्योंकि भौतिक विज्ञान में यानी की फिजिक्स में मुख्य रूप से प्रकृति का ही अध्यन किया जाता है इसलिए पहले हमें थोडा प्रकृति को भी जान लेना चाहिए..

प्रकृति क्या है? {What is nature in hindi?}

पृथ्वी पर होने वाली वे सभी घटनाएं(phenomena) जिनमे मनुष्य(Humans) जाती का हस्तक्षेप(Interference) नहीं होता है, पृथ्वी पर घटने वाली सभी वे घटनाएं जो स्वतः ही घटित होती हैं, प्राकृतिक घटनाएं कहलाती हैं |
हमारे आसपास का वह वातावरण जिसमे हम खुद हस्तक्षेप नहीं कर सकते वह प्रक्रति कहलाती है |

जैसे हम किसी बाल को ऊपर की ओर उछालते तो बाल जब ऊपर जाती है तो तो वह हमारे लगाए हुए बल के कारण जाती है मगर वापस स्वतः ही आती है,  बाल पर लगने वाला यह प्राकृतिक बल ही प्रकृति कहलाता हैं जिसे हम गुरुत्वाकर्षण बल(Gravitational force) कहते हैं, हम यह जानते हैं क्योंकि हमने इसका अध्यन(Study) किया है और 
पता लगाया है की किस कारण ऊपर फेकी हुई वास्तु वापस आती है जिसका परिणाम हमारा गुरुत्वाकर्षण बल ही है |

अब जैसे की हम जानते ही हैं की फिजिक्स यानी की हमारे भौतिक विज्ञान में कई सारी घटनाओं का अध्यन किया जाता है,और इसका विषयक्षेत्र  भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इसलिए इसके अन्दर की घटनाओं के अध्यन को आसान बनाने के लिए इसके विषयक्षेत्र को सात 7 अलग अलग भागों में विभाजित या बांटा दिया गया है --

1 थर्मोडायनामिक्स[Thermodynamics] > इस भाग में  ऊष्मा का अध्यन किया जाता है| 
2 मैकेनिज्म[Mechanism] > फिजिक्स के इस भाग में  गति के नियमों का अध्यन किया जाता है |
3 ऑप्टिक्स[Optics] > फिजिक्स के इस भाग में  प्रकाश का अध्यन किया जाता है |  
4 इलेक्ट्रोमैगनेटिस्म[Electromagnetism] > फिजिक्स के इस भाग में चुम्बकीय प्रभावों का अध्यन किया जाता है 
5 नुक्लेअर फिजिक्स[Nuclear Physics] >  भौतिकी के इस भाग में परमाणु नाभिकीय का अध्यन किया जाता है |
6 एस्ट्रोनॉमी[Astronomy] > भौतिकी के इस भाग में  ब्रम्हांड का अध्यन किया जाता है |
7 अकोउस्टिकस[Acoutics]  >फिजिक्स के इस भाग में  ध्वनी का अध्यन किया जाता है |
                    
तो दोस्त अभी तक हमने फिजिक्स को जानने का प्रयास किया है हो सकता है आपने इन पार्ट्स के बारे में डिटेल्स में पढ़ रखा हो या  नहीं भी पढ़ा तो कोई बात नहीं आगे हम आगे आने वाले पोस्ट्स में इस पर भी अध्यन करेंगे मगर अभी हमें अब फिजिक्स में एंटर कर जाना चाहिए...

परमाणु क्या है?{What is an atom in hindi}


एक छोटे से छोटा कण(Particle) जो अकेला हो भी सकता हैं ओर नहीं भी इसको इंसान की साधारण आखों(naked eyes) से नहीं देखा जा सकता इसको देखने के लिए बड़े बड़े माइक्रोस्कोप(Microscope) प्रयोग किये जाते हैं, यह अक्सर या हमेसा ही कई परमाणुओं के समूह में रहता है , या हम इसे इस तरह से भी कह सकते हैं की परमाणु किसी भी वस्तु का वह छोटा से छोटा पार्ट या भाग है 
जिससे मिल करके ही वह वास्तु बनी हुई है या बनी होती है, परमाणु सिर्फ ठोस पदार्थों (Solids) में ही नहीं बल्कि हवा(Gas) पानी (Liquids) आदि में भी पाए जाते हैं |
एक अणु (Molecule) दो परमाणुओं (Atoms) से मिलकर बनता है|
जैसे की हम देख सकते हैं की हाइड्रोजन(Hydrozen), हाइड्रोजन अणु अपने ही दो परमाणुओं से मिल करके बना होता है और वहीँ पानी का उदाहरण लें तो वह तीन अणुओं से नूलकर बना होता है,जिसमे 2 हाइड्रोजन और एक 1 अणु ऑक्सीजन (Oxygen) का होता है H2O 

द्रव्य क्या हैं? {What is matter in hindi?}


जब हम अपने आसपास देखते हैं तो कई चीज़ें दिखाई देतीं हैं या कई वस्तुएं(Things) नज़र आती हैं, वे कुछ भी हो सकतीं हैं जैसे की आपका पेन, कॉपी ,फ़ोन, किताब, चार्जर आदि यह सब या बाहर की दुनिया का कुछ भी यानी की आपको अपनी आखों से जो भी दिख रहा है वह द्रव्य ही है यह तीन अवस्थाओं में पाया जाता है 
जिनको हम ठोस(Solid), द्रव(Liquid) और गैस(Gas) कहते हैं बहुत कम लोग ही जानते हैं की द्रव्य की एक और अवस्था होती हैं जिसे प्लाज्मा(Plasma) कहते हैं |


द्रव्य की परिभाषा{Definition of matter in hindi


कोई भी वस्तु(Substance) जिसमें कुछ भार(Weight) हो यानी की कुछ वजन हो और वह कुछ न कुछ स्थान जरुर घेरती(Some places must be surrounded) हो उस तरह की वस्तु को ही द्रव्य(Matter) कहते हैं, यानी की इस तरह से हम कह सकते हैं की जो भी वस्तु हमें अपनी आखो से दिखाई देती है द्रव्य कहलाती है |
जैसे की आपका फ़ोन या लैपटॉप, पेन, बुक बाइक आदि ..


कोई भी पदार्थ कुल 4 अवस्थाओं में पाया जाता है वह अवस्थाएं हैं ठोस(solid), द्रव(liquid), गैस(gas) और प्लाज्मा (plasma)
पर हम ठोस द्रव और गैस के बारे में ही पढ़ते है तो चलो थोडा सा जान लेते हैं इन अवस्थाओं के बारे...

ठोस पदार्थ(About solids in hindi


वे पदार्थ जिनमे किसी न किसी तरह से थोडा या ज्यादा वजन जरुर होता है, इस प्रकार के पदार्थ कुछ न कुछ स्थान जरुर घेरते हैं ठोस पदार्थ कहलाते हैं |
ठोस पदार्थों के अणु(molecules) आपस में बड़े सघन रूप से बंधे होते हैं (Tightly bound)
ठोस पदार्थों के अणुओं के बीच आकर्षण बल(Attraction force) बहुत तेजी से काम करता है 
इस प्रकार के पदार्थों में बहुत अधिक घनत्व(density) पाया जाता है 
ठोस पदार्थों में वायु या हवा आसानी से प्रवाहित नहीं होती है 

द्रव पदार्थ (About liquids in hindi)

इस प्रकार के पदार्थों में भी कुछ न कुछ वजन या भार जरुर होता है ये पदार्थ भी कुछ स्थान जरुर घेरते हैं, मगर इन पदार्थों के अणु हलके से मगर पास पास बंधे रहते हैं (loosely bounded)
द्रव पदार्थों के अणुओं के मध्य हल्का यानी की थोडा सा कम मगर आकर्षण बल भी कार्य करता है 
इस प्रकार के पदार्थों में घनत्व बहुत कम ही पाया जाता है मगर मरकरी एक अकेला एसा द्रव पदार्थ है जिसका घनत्व ठोस पदार्थों से भी कहीं अधिक होता है 
द्रव पदार्थों के अणु उड़ तो सकते हैं मगर गति बहुत कम ही होती है 

गैसीय पदार्थ (About Gases in hindi)

इस प्रकार के पदार्थों में ना तो भार होता है और ना ही स्र्थान घेर्रते हैं, यह पदार्थ इंसान की साधारण आखों से दिखते भी नहीं है इन्हें अलग अलग यंत्रो द्वारा देखा जाता है 
इस प्रकार के पदार्थों में अधिकतर गैसें ही होतीं हैं 
सबसे हल्की गैस हीलियम होती है 
इन पदार्थों के अणु बिलकुल खुले हुए होते हैं एवं स्वतंत्र रूप से गति करते हैं 
गैसीय पदार्थों के अणुओं के बीच किसी भी प्रकार का आकर्षण बल कार्य नहीं करता है 
इनमे घनत्व भी बिलकुल ना के बराबर ही होता है 


मापन क्या है? [What is measurement in hindi]


मापन किसी पदार्थ(substance) की मात्रा(Quantity) की  किसी अन्य पदार्थ की मात्रा से तुलना है, मापन हमारे जीवन का एक महत्त्वपूर्ण पहलु है |
बिना मापन के कोई भी की वस्तु की सही मात्रा की गणना नहीं कर सकता है 
जैसे> किसी वस्तु की लम्बाई चौड़ाई या भार आदि का पता सिर्फ उसे देखकर ही नहीं लगाया जा सकता है इसके लिए हमें मापन की आवश्यकता होती है |

मापन की परिभाषा [Definition of measurement in hindi?]


किस पदार्थ वस्तु आदि की मात्रा या भार(weight) या लम्बाई(langth) आदि को जानने के लिए जिस पद्धति(System) का प्रयोग किया जाता है उसे मापन कहते हैं 
जैसे> जब आप दूध लेते है तो दूधवाला आपको दूध नापकर ही देता है 

मात्रक क्या होते हैं? {What are units in hindi?}

किसी भी पदार्थ को मापने(substance) के लिए हम जिस इकाई का प्रयोग करते हैं उसे मात्रक कहते हैं  जैसे की लम्बाई नापने के लिए किलोमीटर या मीटर आदि 

मात्रक दो प्रकार के होते हैं (There are two types of units) 
1 मूल मात्रक [Basic unit]
2 व्युत्पन्न मात्रक [Derived unit]

मूल मात्रकों की परिभाषा {Definition of Basic units) 

मूल मात्रक साधारण मात्रक ही होते हैं, जिन्हें वैज्ञानिकों या इंटरनेशनल सिस्टम(International system) द्वारा एक बार नियत(Constant) या फिक्स कर दिया गया है, इस प्रकार के मात्रक किसी अन्य माध्यम पर निर्भर(Depend) नहीं करते हैं |

  

 मात्रकों की कुछ पद्धतियाँ (Some systemes of units)

1 CGS पद्धति > centimeter-Gram-second  
2 MKS पद्धति > Meter-Kilogram-Second
3 FPS पद्धति > foot-Pound-Second 
4 SI  मात्रक > System of International measurement 

SI मात्रक पद्धति MKS पद्धति का ही एक भाग है 

मूल मात्रकों की कुल संख्या 7 है 

 भौतिक मात्रा                         SIमात्रक            प्रतीक 

1 लम्बाई                              > मीटर                 m
2 द्रव्यमान                           > किलोग्राम          kg
3 तापमान                            >केल्विन              K
4 पदार्थ की मात्रा                  >मोल                  mol
5 प्रकाश की प्रबलता             >कैंडीला             Cd
6 समय                                > सेकंड              S



व्युत्पन्न मात्रकों की परिभाषा (definition of Derived units

व्युत्पन्न मात्रक वे मात्रक होते हैं जो की मूल मात्रकों(Basic units) पर निर्भर होते हैं एवं उन्ही के पदों में व्यक्त किये जाते हैं, व्युत्पन्न मात्रक(Derived units) कहलाते हैं |

जैसे की बल का मात्रक SI मात्रक न्यूटन होता है एवं CGS मात्रक डाइन होता है | 



तो दोस्त आज की क्लास को यही ख़तम करते  है बाकी के बचे हुए इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स को हम आगे आने वाली क्लासेज में कवर करेंगे आपको कुछ भी डिस्कस करना हो तो कमेंट बॉक्स बिक्लुल खाली पड़ा है अपने सवाल जरुर छोड़ें हम वहां रिप्लाई करते रहेंगे एकदूसरे को..चलो बाय मिलते हैं अगली क्लास में |

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