हैलो  दोस्त  मेरा नाम देवेन्द्र है.. मै 12th  क्लास पास कर चुका हूँ और 12 पास करने के बाद 70% स्टूडेंट्स की तरह मै भी अब सरकारी नौकरी के लिए पढ़े जा रहा हूँ..
तो जैसे की हम सब को छोटी क्लासेज से ही कई सरे सब्जेक्ट्स एक साथ पढने होते हैं और हर एक सब्जेक्ट्स में कई अलग अलग टॉपिक्स होते हैं| 
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कक्षा 8 से लेकर प्रतियोगी(comptetion) तक पढाये जाने वाले सब्जेक्ट्स के टॉपिक्स लगभग एक जेसे ही होते हैं इसलिए हमें उनके बेसिक्स शुरुआत से ही पढकर चलना चाहिए|
जैसे कि आपने क्लास 8th में  कोशिका (cell) के बारे में पढ़ा और यही कोशिका का टॉपिक आपको 10th , 12th और ग्रेजुएशन से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं (comptetion exams)  में भी मिल जाता है|
     

तो दोस्त सीधी बात यह है कि अगर हमें उस टॉपिक का बेसिक्स मालूम नहीं होगा तो हमें  बड़े लेवल पर उसको पढने में काफी परेशानी का सामना करना पद सकता है|

सारे सब्जेक्ट्स का यही हाल है सारे टॉपिक्स हमें पहले से ही बेसिक्स क्लियर करके चलना चाहिए 
खैर छोडो.....

अब अगर आप अपनी 10th तक की क्लासेज पास कर भी चुके हैं तो भी कोई बात नहीं ..और  अगर  अभी पढ़ रहे हैं तो भी कोई बात नहीं..

अब हम साथ साथ सारे टॉपिक्स के doubts क्लियर करने वाले हैं ककी मने भी नहीं पढ़ा था अपनी बेसिक्स की क्लासेज के टाइम पर तो मुझे भी पढना हैं न 

अभी तक मई घर पर अकेले  ही पढाई करने की  कोसिस करता था मगर मन बही लगता था क्योंकि बेसिक्स क्लियर करने के लिए ग्रुप स्टडी चाहिए होती है जोकि अब हम करने वाले हैं ...

मेरी अबसे जिम्मेदारी है की रोज़ मैं आपके  लिए  अलग  अलग  छोटी क्लासेज की और प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों से सबसे बेस्ट मटेरियल इकठ्ठा करके आपके साथ में पढाई करूँ जिससे की मेरे और आपके बेसिक्स क्लियर होंगे और हम और ज्यादा अछे तरीके से पढाई कर पाएंगे|              
                                                                                                    

अभी और ज्यादा टाइम वेस्ट न करते हुए आज का टॉपिक शुरू करते हैं ...

 Dear Classmate आज हम  बायोलॉजी के कुछ उन इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स की स्टडी करने वाले हैं जो कक्षा 8 से लेकर सभी बायोलॉजी रिलेटेड डिग्रियों और प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे ही जाते हैं 

आज हम बायोलॉजी के कुछ मोस्ट इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स के बेसिक्स का ही अध्यन करने वाले हैं आगे हम बचे हुए अन्य टॉपिक्स और इन सभी टॉपिक्स का विस्तार से वर्णन करते हुए भी अध्यन करेंगे| 

क्योंकि हम बायो के इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स पढने वाले हैं इसलिए हमें पहले बायो के कुछ बारे में कुछ एसा जान लेना चाहिए जो इससे पहले हम न जानते हो 

तो चलिए शुरू करते हैं आज  की पढाई ...           

जीव विज्ञान क्या है और इसके प्रकार- 

हम अक्सर बायोलॉजी शब्द का इस्तेमाल करते रहते हैं   लेकिन क्या मालूम है की इस शब्द की खोज करने  में दो वैज्ञानिकों की सालों की मेहनत लगी हुई है, सन 1801 में लैमार्क और ट्रेविरेनस ने इस शब्द बायोलॉजी की खोज की, लैमार्क जो फ्रांस के शोधकर्ता थे और त्रेविनेरस जो जर्मनी के फेमस वैज्ञानिक थे, हमें ये विज्ञानिकों के नाम को एक बार और पढ़ लेना चाहिए क्योंकि ये महत्वपूर्ण हैं|

     
 

 आपको यह जानकार हैरानी होगी की  इन वैज्ञानिकों ने सिर्फ बायोलॉजी शब्द की खोज की थी परन्तु बायोलॉजी विषय के खोज का श्रेय किसी और वैज्ञानिक को ही दिया जाता है जी हाँ दोस्त उनका नाम है अरस्तु  जी हाँ दोस्तों अरस्तु जी ग्रीस के एक बहुत बड़े दार्शनिक थे जिन्होंने करीब 2100 साल पहले पक्षियों के बारे शोध करके अपने देश की जनता के सामने रखा, क्योंकि जीव जंतुओं और पेड़ पौधों के अध्यन को ही जीवविज्ञानं कहा जाता है, इसीलिए इनको ही या अरस्तु जी को ही जीव विज्ञानं का जन्मदाता या पितामह कहा जाता है  इन्होने अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए जिस किताब का प्रयोग किया था या जिस किताब के माध्यम से इन्होने अपने विचारों को जनता के सामने प्रस्तुत किया उस किताब का नाम दि हिस्टोरिय ऑफ़ अनिमिलिया(The Historiya of Animiliya) था तो दोस्तों इस प्रकार से अरस्तु को जीव विज्ञानं का जन्मदाता कहा जाता है|

                          
     
                                                                                                             Historiya of Animiliya

                    

जेसा की आप जानते ही  हो की बायोलॉजी(जीव विज्ञानं) को भागों में बनता जाता है-

1 जंतु विज्ञानं (जूलॉजी )
2 वनस्पति विज्ञानं(बोटनी) 

तो क्योंकि अरस्तु जी ने पक्षियों के बारे में  अध्यन की था इसलिए अरस्तु जी को ही जूलॉजी का भी पितामह कहा जाता है 
 यानी की फादर ऑफ़ जूलॉजी भी अरस्तु ही हैं |

और दुसरे भाग  यानी की बोटनी(वनस्पति विज्ञानं) की खोज थिओफ्रेसटस(Theophrastus) ने 17th सेंचुरी में की थी उन्होंने भी अपनी एक बुक हिस्टोरिय ऑफ़ प्लांटरम(The Historiya of Plantarum) की सहायता से अपने अध्यन के परिणामों को अपनी जनता और देश के सामने रखा|

तो दोस्त अभी हम इस विषय के कुछ वैरी इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स पढ़ लेते हैं जिससे उअर बचे हुए टॉपिक्स और सभी टॉपिक्स का विवरण सहित अध्यन आगे आने वाले ब्लोग्ग्स में करते रहेंगे.

तो चलिए शुरू करते हैं आज के टॉपिक्स...

कोशिका क्या है और इसकी खोज किसने की?-

दोस्त हमारी छोटी क्लास से लेकर डिग्रियों और प्रतियोगी परीक्षाओं तक जहा भी हमसे जीव विज्ञानं या बायोलॉजी विषय के बारे में पूंछा जाता है वहा हमें कोशिका यानी की सेल cell के टॉपिक से कोई न कोई प्रश्न या अधिकतर प्रश्न कोशिका से ही मिलते हैं 
अगर बात मानव शरीर या हमारे शरीर की करें तो हमारा पूरा का पूरा शरीर कोशिकाओं का ही बना होता है 
हमारे शरीर में कोशिकाओं की शंख्या विलीयंश यानी की अरवों में होती है|

कोशिया सिर्फ इंसानों में ही नहीं पेड़ पौधों और जीव जंतुओं में भी पायी जाती है 




कोशिका की परिभाषा Defination of Cell
                    "किसी भी जीवित जीव या प्राणी की संरचनात्मक (शारीरिक बनावट) और कार्यात्मक (शक्ति) इकाई को कोशिका कहते हैं"

दोस्त कोशिका की खोज सन 1665 में रोबर्ट हुक(Robert Hook)  नामक वैज्ञानिक ने की थी ...आपको ये जानकार हैरानी होगी की जिस कोशिका की सबसे पहले खोज रोबर्ट हुक ने की थी वह एक मृत कोशिका थी जो की उनको एक पेड़ के छाल में मिली थी जी हाँ दोस्तों सबसे पहली कोशिका एक पेड़ में खोजी गयी थी|


जीवित कोशिका की खोज सन 1800 के करीब एंटनी लुवेन्हाक के द्वारा की गयी 
सबसे पहले पादप कोशिका की खोज हुई जो की एक प्याज की कोशिका थी|
जंतुओं में सब्सी पहली कोशिका उनके दांतों में पायी गयी थी, जिसकी खोज का श्रेय श्री एंटनी लुवेन्हाक को ही जाता है|

दोस्त नीचे कोशिका के कुछ FAQ's(Friquently Asked Questions) दिए गए हैं उनको एक बार याद जरुर करलें क्योंकि इस प्रकार के प्रश्न कई बार हमसे मौखिक या वन लाइन्स  में ही पूंछ लिए जाते हैं ----

सबसे बड़ी कोशिका - शुतुरमुर्ग का अंडा 
संसार की सबसे छोटी कोशिका - माइकोप्लास्मा गैलसपेक्ट्स्म बक्टिरिया की 
मानव शारीर की सबसे बड़ी कोशिका -मस्तिस्क की कोशिका 
मानव शारीर की सबसे छोटी कोशिका - RBC रक्त कण 
सबसे छोटी प्रजनन कोशिका - शुक्राणु (Sperm)
पादप कोशिका का बाहरी आवरण -कोशिका झिल्ली 
पादप कोशिका का सबसे कठोर भाग - सेल्यूलोज़

तो यार कोशिका के अन्दर एक केन्द्रक पाया जाता है जिससे एक्साम्स में कई बार अछे प्रश्न बन जाते हैं तो अब हम केन्द्रक से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य या इम्पोर्टेन्ट पॉइंट्स जान लेते हैं....

केन्द्रक 

तो दोस्त केन्द्रक की खोज रोबर्ट ब्राउन नामक वैज्ञानिक ने की थी केन्द्रक में मुख्यता DNA तथा RNA  पाया जाता है|                                                                                     

DNA तथा RNA केन्द्रक में न्यूक्लिक एसिड के रूप में होता है, केन्द्रक को ही कोशिका का दिमाग भी कहते हैं 




माइटोकांड्रिया

तो दोस्तों जब हम आगे बड़ते हैं तो हमें मिलता है माइटोकांड्रिया(Mitrocondriya)  जी हाँ दोस्त इसकी खोज ऑल्टमैन ने की थी, और इसका नामकरण  अन्य वैज्ञानिक मिस्टर बेंदा(Mr. Benda) ने किया था|
माइटोकांड्रिया को कोशिका का पॉवर हाउस  भी कहा जाता है इवन श्वशन की प्रक्रिया भी माइटोकांड्रिया में ही होती है                                                                                
        1ATP अणु(molecule) = 7.3kcl energy 





लाइसोसोम

कोशिका के टॉपिक का अगला पड़ाव है लाइसोसोम...

जी हाँ दोस्तों लाइसोसोम की खोज डी ड्यूव ने की थी 

लाइसोसोम को कोशिका की आत्मघाती थैली भी कहा जाता है क्योंकि बार बार अधिक वैस्ट पदार्थों से लड़ते हुए इस थैली के अन्दर इतना अधिक अम्ल श्रावित हो जाता है की यह खुदको ही हानि पहुचाने लगते हैं और कोशिकाओं को मारने लगते हैं|

  

राइबोसोम 

राइबोसोम  की खोज पैलेड नाम्स्क वैज्ञानिक ने की थी 
राइबोसोम  कोशिका का सबसे छोटा भाग होता है, इसका काम प्रोटीन का निर्माण करना होता है इसे कोशिका की प्रोटीन फैक्ट्री भी कहा जाता है राइबोसोम  दो प्रकार का होता है 1 80S और 2 60S

कोशिका विभाजन 
जब कोई भी कोशिका खुद को विभाजित करती है तो दो कोशिकाओं का निर्माण होता है|



तो दोस्तों आज हमने जो भी पढ़ा वो बहुत इम्पोर्टेन्ट है हर एग्जाम के हिसाब से तो पूरे पोस्ट को आप चाहें तो एक बार और पढ़ सकते हैं. 

आज जितना भी हमने पढ़ा हमें पढ़कर काफी ख़ुशी हुई उम्मीद करते हैं आगे भी हम इस तरह से साथ में पढ़ते रहेंगे अभी तो यह सिर्फ सुरुआत है आगे हम कई विषयों के कई अन्य प्रकार के टॉपिक्स को लेकर explanation पोस्ट लेकर आने वाले हैं धन्यवाद  


अगर आपको पढ़कर अच्छा लगा हो तो यह आर्टिकल अपने दोस्तों को भी जरुर शेयर करें  हमें बहुत ख़ुशी होगी..:)


        



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