सो आप और मै हम दोनों आ चुके है strodisk study hindi की एक और आज की  क्लास में हम अर्थव्यस्था(Economy) को समझने का प्रयास करेंगे |



तो  दोस्त आज की क्लास मे हम पढ़ेंगे की अर्थ व्यवस्था क्या होती है? (What is the economy?) या किसी देश की अर्थ व्यवस्था क्या होती है? (What is the economy of a country?) अर्थ व्यवस्था कितने  प्रकार  की होती है? (What is the type of economy?) 

तो दोस्त आप और मै यानी हम आज की क्लास मे हम वैश्विक अर्थ व्यवस्था (Global Economy) को जानने बाले है हम दोनों मिलकर अर्थव्यवस्था पर अध्ययन(Study) करेंगे और उम्मीद करेंगे की हम अपना टॉपिक क्लियर कर के ही इस पेज से जाये और जाने से पहले नोटिफिकेशन वेल को भी दबा कर जायेगे ताकि अगली क्लास मे भी हम ग्रुप स्टडी कर पाए | 

आप अपने प्रश्न कमैंट बॉक्स मे भी पूछ सकते है रिप्लाई जरूर  मिलेगा और और ज्यादा बात ना करते हुए हमें पढ़ाई शुरू कर देनी चाहिए क्यूंकि ग्रुप मे तो बातें होती रहेगी :)

तो चलिए शुरू करते है आज की पढ़ाई..

अर्थव्यवस्था क्या है? [What is the economy in hindi?]


तो दोस्त हम जो शब्द(word) अर्थ व्यवस्था पढ़ रहे है ये दो शब्दों से मिलकर बना है अर्थ और व्यवस्था अगर इन दोनों को समझने की कोशिश करें तो अर्थ का मतलब होता है मुद्रा यानी की करेंसी  और व्यवस्था क्या मतलब है नियंत्रण (control) यानी की अब शब्द अर्थ व्यवस्था जो पहले समझ से परे था उसे मुद्रा नियंत्रण (currency control) से समझ सकते है तो दोस्त मुद्रा नियंत्रण यानी की किसी देश की सरकार अपने देश की मुद्रा के प्रवाह(Flow of money) को नियंत्रण करती है| 

 

इसके अंतर्गत ही किसी देश की सरकार उस देश मे होने बाले उत्पादन(production)और प्रति व्यक्ति आय (Per capita income) को नियंत्रित करती है सरकार द्वारा ही सरकारी मुद्रा कोष (Government money fund) से धनराशि निकाल कर उस देश के नागरिकों (citizens) को बेतन के रूप मे दिया जाता है फिर लोग अपने जरुरत का सामान लेने बाजार जाते है और फिर बाजार से वो पैसा फिर सरकार के पास टेक्स के रूप मे जाता है तो दोस्त यार अभी ताकि तो हमने अर्थ व्यवस्था का बेसिक कांसेप्ट सीखा है |

अब हमें आगे अर्थ व्यवस्था की परिभाषा पढ़ लेनी चाहिए जिससे की ज़ब कोई सीधी सरल भाषा और कम शब्दों मे बता सके..

अर्थ व्यवस्था की परिभाषा [Definition of economy in hindi]


किसी देश की सरकार द्वारा उसी देश के नागरिकों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति (Economic and social status) को बेहतर और सुधार या पूर्ति करने के लिए उस देश मे उपस्थित सभी संसाधनों (All resources) को उपयोग कर  मुद्रा अर्थ को ध्यान मे रखकर बनाई गई व्यवस्था ही अर्थव्यवस्था(economy) कहलाती है |

 

तो दोस्त ये हमने अर्थव्यवस्था की परिभाषा पढ़ी हमें इसे एक बार और पढ़ लेना चाहिए ताकि हम इसे और अच्छे से समझ सके |


अर्थव्यवस्था के प्रकार [Types of economy in hindi]



विश्व भर के अर्थशास्त्रीयों(Economists) ने  अर्थ व्यवस्था पर गहन अध्यन(Deep study) किया और अर्थ व्यवस्था को उनकी उनकी विशेषताओं को ध्यान मे रखकर  को कुल तीन भागो मे विभाजन किया

पूंजी बादी अर्थव्यवस्था {Capital economy}

समाजबादी अर्थव्यवस्था {Social economy}

मिश्रित अर्थव्यवस्था {mixed economy}



तो दोस्त हमें अब अर्थ व्यवस्था के इन तीनो भागो को अच्छे से पढ़ लेते है ताकि इनको अच्छे से समझ पायें |
तो सबसे हम पहले हमें पढ़ते है की

पूंजीबादी अर्थ व्यवस्था क्या होती है ? [What is a capital economy in hindi?]


  इस प्रकार की  अर्थ व्यवस्था उस देश मे लागु होती है जिस देश मे उत्पादन क्षमता(production capability) कम होती है यानि सामान बनाने की क्षमता कम होती है क्यूंकि इस प्रकार की अर्थ व्यवस्था के अंतर्गत अधिक से अधिक उत्पादन को प्रेरित(Inspire) किया जाता है क्योंकि उत्पादन अधिक होने से महगाई(Inflation) कम होंगी



 महगाई कम होने से सामान की बिक्री बढ़ेगी जिससे की कर यानि की टेक्स के रूप मे सरकार को अधिक लाभ प्राप्त होता है बाद मे यह पैसा जनता या नागरिकों के बीच लेकर इसका प्रयोग विकास कार्यों(Development works) के लिए किया जाता है इस प्रकार की अर्थ व्यवस्था के जनक एडम स्मिथ(Adam Smith) को माना जाता है


समाजबादी अर्थ व्यवस्था क्या होती है ? [What is a social economy in hindi?]

 इस प्रकार की अर्थ व्यवस्था मे उत्पादन से अधिक वितरण(Delivery) पर अधिक ध्यान दिया जाता है जिसमे  की कारखाने फैक्ट्री यों या मिलो मे बना सामान सही समय मे सही जगह तक पहुंच सके जिससे लोगो तक सामान पहुचे और वो खरीददारी करें



 जिससे की सरकार का पैसा जो जनता के पास इकठा हो रहा था बाजार के
 माध्यम से सरकार  के पास पहुंच सके | इस तरह की अर्थ व्यवस्था के जनक कार्ल मार्स(Carl mars) माने जाते है|


मिश्रित अर्थ व्यवस्था क्या होती है ? [What is a mixed economy in hindi?]

 इस प्रकार की अर्थ व्यवस्था मे पूंजी बादी अर्थ व्यवस्था और समाजबादी अर्थ व्यवस्था दोनों के गुण पाए जाते है यानि की जिस देश मे इस प्रकार की अर्थ व्यवस्था पाई जाती है उस देश मे सरकार द्वारा वितरण और उत्पादन दोनों पर सामान रूप से बल दिया जाता है



 इस प्रकार की अर्थव्यवस्था अधिकतर(Mostly) विकासशील(Developing countries) देशो मे लागू(Apply)  होती है और आपको बता दे की हमारे देश भारत मे भी यही अर्थ व्यवस्था पाई जाती है इस प्रकार की अर्थ व्यवस्था के जनक(father) जॉन मेनार्ड केन्स(John Maynard Keynes) है |



तो दोस्त अभी हमने पढ़ा की अर्थव्यवस्था क्या होती है?(What is the economy in hindi?), अर्थव्यवस्था कितने प्रकार की होती है ?(What is the type of economy in hindi?) , अर्थव्यवस्था की परिभाषा(Definition of economy in hindi) ,पूंजीवादी अर्थव्यवस्था क्या होती है? (What is a capital economy in hindi?) , समाजवादी अर्थव्यवस्था क्या होती है? (What is a social economy in hindi?) एवं मिश्रित अर्थव्यवस्था(What is a mixed economy in hindi?) के बारे में भी जाना |



तो दोस्त अगर आपको किसी भी लाइन को क्लियर करना हो तो आप कमेंट बॉक्स में बताइए हम वहां 
डिस्कस करते रहेंगे और एक दुसरे को रिप्लाई करते रहेंगे |



 आप अपनी इस क्लास का फीडबैक जरुर देना कमेंट बॉक्स में वो हमारे लिए बहुत ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है |


                                                         धन्यबाद....

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