हेल्लो स्टूडेंट मै हूँ आपका दोस्त देवेन्द्र और आज हम STRODISK STUDY पर जानने वाले हैं की दाब क्या होता है? दाब कितने प्रकार का होता है? दाब की इकाई या दाब का मात्रक क्या होता है? और वायुमंडलीय दाब क्या है? इस तरह के कई सवालों के जबाब हम साथ में धुंडने का प्रयास करेंगे और हमारी कोसिस यही होगी की जब हमारी क्लास ख़तम हो तो हमारे सारे सवालों या प्रश्नों के उत्तर हमे मिल चुके हों |



दाब हमारे फिजिक्स का काफी इम्पोर्टेन्ट टॉपिक है तो इसको हम बड़े ध्यान से पढेंगे और क्लास ख़तम होने के बाद आपको कमेंट बॉक्स में जाकर आपके जो भी डाउट रह गए हों उनको लिख देना हैं हम और आपके साथ में पढने वाले स्टूडेंट्स जो हमारी इसा क्लास में आपके साथ में पढ़ते हैं वे आपके प्रश्न का सबसे सही और संतोषपूर्ण उत्तर देने की कोसिस करेंगे अगर आपको भी कमेंट सेक्शन में किसी का कोई प्रश्न दिखता है और आप उस बारे में जानते हैं तो उसको रिप्लाई करके आप उसकी सहायता या हेल्प जरुर करें इससे आपको भी काफी अच्छा लगेगा|

तो चलिए शुरू करते हैं आज की क्लास..

दाब क्या है? [What is pressure in hindi?]


कोई भी वस्तु(Object) जो इस प्रथ्वी के वायुमंडल(atmosphere) में उपस्थित है उस पर किसी न किसी प्रकार से दाब जरुर लगा होता है | आपके आसपास आपकी आखों से आपको जो भी दिख रहा है उस पर कहीं न कहीं से कुछ न कुछ दाब तो जरुर लगा ही होता है यह दाब वायु यानि की हवा(air) की वजह से लगा होता है जिसकी वजह से वह वस्तु एक स्थान(place) पर रखी हुई है हाँ आप इसको गुरूत्वाकर्षण बल(Gravitational force) के जैसा भी समझ सकते हो ये बल जो अपने आप ही किसी भी वस्तु पर लगा होता है इसे वायु दाब या वायुमंडलीय दाब भी कहते है | 



अभी हम बात करते हैं की ये दाब होता क्या है(daab kya hota hai?) तो मानो आपने एक गुब्बारा(Balloon) लिया या आप एक पिलो (तकिया) लेते हो उसके किसी एक जगह पर हाँथ रख करके उसको दबाते हो तो आप देखते हो की उसका शेप चेंज हो रहा है तो उस टाइम आपको ये भी देखना होता है की आप कितने स्थान पर हाँथ रख कर के बल(force) लगा रहे हो यानि की उसको दबा रहे हो | जब आप पिलो पर प्रेशर दाल रहे होते हो तो आप इस पर ध्यान देना की आपका हाँथ उस पिलो के लम्बवत(Vertical) होता है पिलो छोडो आप किसी भी चीज़ पर जब बल लगाते हो तो आप उसके लम्बवत ही होते हो, आप ये अभी अपने आसपास ट्राय(try) करके  भी देख सकते हो |

तो अभी हम दाब की परिभाषा(definition) को खुद से भी बता सकते है हमें रट्टा मारने की जरुरत नहीं पड़ेगी जैसे की 

किसी भी वस्तु के एक निश्चित स्थान या क्षेत्रफल पर (मान लेते है वह जगह जहां हमने पिलो पर हाँथ रखा था उसे प्रेस करने के लिए) हमारे द्वारा लगाए जाने लम्बवत बल को दाब कहते है |

The perpendicular force exerted by us on a certain place or area of ​​any object (assuming the place where we placed the hand on the pillow) is called pressure.



यानि की हम कह सकते है की बल को भी एक तरह से दाब कहते है | और ये बिलकुल भी जरुरी नहीं है की बल लगाने के बाद से उस वस्तु का आकार(Object size) यानि की शेप बदले ही , मानो जैसे की हम किसी पत्थर पर बल लगा रहे हैं तो अब्ब हम उसका साइज़ तो चेंज नहीं कर सकते न ,  मगर उस पर हमारे बल लगाने से या लम्बवत बल(Vertical force) लगाने से उस पर दाब(Pressure) तो लग ही रहा था |

तो दोस्त हमने यहाँ जानने का प्रयास किया और सबसे बेहतर तरीके से समझने का प्रयास भी किया की दाब क्या होता है? हमने यहाँ सबकुछ अपनी सरल यानि की सबसे इजी भाषा में समझने का प्रयास किया तो आगे अभी पढ़ लेते है की दाब की परिभाषा क्या होती है (daab ki paribhasha kya hoti hai?)और इसके मात्रक यानी की यूनिट्स क्या होते है? 


दाब की परिभाषा (Definition of pressure in hindi)


"किसी भी वस्तु के इकाई क्षेत्र या क्षेत्रफल पर लगने वाले अभिलम्ब बल को दाब कहते है |"

"The force exerted on the unit area or area of ​​any object is called pressure."




दाब के मात्रकों(units) में न्यूटन प्रति वर्ग मीटर(Newton per square meter) सबसे प्रमुख(main) है | दाब की और भी प्रचिलित इकाई(Operational unit) पास्कल(Pascal) है |

दाब का सूत्र{Pressure formula} 

 mathematically

P = F/A      

इसको हम ऐसे लिख सकते हैं की...

  दाब  =  सतह पर लगने वाला बल / सतह का क्षेत्रफल(यानि की वस्तु का वो स्थान जहां पर हम दाब लगाते हैं)

Pressure = force exerted on the surface / area of ​​the surface (ie the location of the object where we apply pressure)


तो ऊपर है सतह पर लगने वाला बल जो हम उस वस्तु पर लगाते है और नीचे लिखा हुआ है वो स्थान जिस पर हम बल लगाते हैं | 

तो आप जानते ही हो की बल को F से रिप्रेजेंट यानि की प्रदर्शित करते हैं और क्षेत्रफल को A से तो और दाब को P  से , ये तो हम पढ़ ही चुके हैं तो बस इसी तरह से फोर्मुले को लिख देते हैं 

P = F/A
 
और इसी से हम इसके मात्रक(unit) भी निकाल लेते हैं देखो कितना आसान है... 



 जैसे P(pressure) यानि की दाब का मात्रक(Pressure unit) निकालना है  तो F/A में उसकी मात्रक रख देंगे तो P(pressure) का भी मात्रक मिल जाएगा तो हम जानते ही हैं की F(force) का मात्रक न्यूटन होता है और नीचे जो A(area) दे रखा है यानि की क्षेत्रफल उसका मात्रक मीटर स्क्वायर( वर्ग मीटर )  होता है |

तो इससे हमें दाब का मात्रक न्यूटन/मीटर स्क्वायर (Newton per meter square)  मिल जाता है |

हमने पहले यह भी पढ़ा था की पास्कल भी इसका मात्रक होता है | हमने अपनी पिछली क्लास में पढ़ा था मात्रकों के बारे में हमने उसमे जाना था की मात्रक होते क्या है कितने प्रकार के होते हैं? तो वहां हमे मिले SI मात्रक अब ये SI मात्रक क्या होते हैं इसकी लिए यहाँ क्लिक करके वो क्लास पढ़ सकते हो मगर पहले ये क्लास ख़तम करो 
तो पास्कल दाब का SI मात्रक है | 



अभी हम जानते हैं की दाब कितने प्रकार का होता है...

ये पढने से पहले एक बात बताओ की जैसे मानलो आपको अपने फ़ोन पर प्रेशर डालने हैं तो आप अपने हाँथ से उस पर बल लगायेंगे जिससे की उस पर दबाब या दाब पड़ेगा , आप जिस चीज़ से दबाब दाल रहे हो यानि की दाब लगा रहे हो उसका कुछ तो वजन(weight) रहा होगा जैसे मानलो आपने हाँथ से ही फ़ोन पर दाब लगाया था तो आपके हाँथ(hand) का भी तो कुछ वजन होगा न, तो यहाँ हम बस यह जानने की कोसिस कर रहे थे की हम जिस चीज़ से भी किसी वस्तु के क्षेत्र पर दबाब लगाते है उसमें कुछ न कुछ बजन होना निश्चित हैं |

 

अभी हम जानते हैं की दाब कितने प्रकार का होता है...
जैसा की हमने तो पहले ही पढ़ा था की दाब तो हर उस वास्तु पर है जो इस प्रथ्वी पर उपस्थित है तो किसी पदार्थ(matter) (ठोस द्रव और गैस) पर लगने वाले दाब को दो भागों में बांटा जाता है | 

{1} वायुमंडलीय दाब (ये अपने आप से ही लगता है वायु के कारण)
{2} द्रव में लगने वाले दाब (यानि की जो हम खुद से लगाते हैं)


तो अभी हम वायुमंडलीय दाब बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोसिस करते है और जानने का प्रयास करते हैं की वायुमंलीय दाब क्या होता है?

वायुमंडलीय दाब [Atmospheric pressure in hindi]


प्रथ्वी के वायुमंडल में प्रथ्वी पर उपस्थित या प्रथ्वी के वायुमंडल में उपस्थित सभी वस्तुओं सभी वस्तुओं पर अपने आप से ही एक दाब लगा होता है उसके लिए हमें किसी भी वस्तु पर किसी भी प्रकार से बल लगाने की जरुरत नहीं पड़ती है वह बल अपने आप से ही वायु द्वारा वस्तु पर लगा होता है |वायु का जो भार यानि की बजन होता है वह वस्तु पर दाब उत्पन्न(creat) करता है |   अच्छा आपने एक शब्द सुना होगा 'वायुदाब' (air pressure) थोड़ा सा इसको जान लो तो हम और भी वेहतर तरीके से समझ पायेंगे |



वायुमंडलीय दाब का मतलब ही वायुदाब होता है किसी क्षेत्र में अगर वायु दाब कम है तो इसका मतलब की वहां पर वायु का भार यानि की बजन कम है क्योंकि वायु का भार वहां कम है इसलिए वहां पर वहां पर ज्यादा बल नहीं लग पा रहा है या हम ऐसे भी कह सकते हैं की क्योंकि वहां की वायु का वजन कम है इसलिए वह 
अधिक बल नहीं लगा सकती है क्योंकि वह ज्यादा बल नहीं लगा सकती इसलिए वहां दाब भी कम है हम पहले ही पढ़ चुके है की जितना ज्यादा बल लगेगा उतना ज्यादा दबाब बढेगा | और अगर किसी क्षत्र का वायुदाब अधिक है जरुर ही वहां की हवा का भार अधिक होगा जिससे की वह अधिक बल लगा पा रही और उसी वजह से अधिक
 दबाब या वायुदाब(air pressure) उत्पन्न हो रहा है |

जैसे जैसे ऊंचाई(hight) बडती जाती है उसके साथ में ही वायुमंडलीय दाब भी कम होता जाता है | इसकी वजह यह होती है की जब वायु प्रथ्वी के नजदीक होती है तो उसका वजन या भार अधिक होता है और ऊँचाई बड़ने के साथ साथ उसका वजन भी कम होता जाता है |और हमने तो स्टार्टिग से ही यही पढ़ा है की जितना ज्यादा वजन 
होगा उतना ज्यादा वायुदाब उत्पन्न होगा या दाब लगेगा | 



वायुमंडलीय दाब 1ATM = 1.01 bar = 1.01 * (10)^5 ( 10 ki power 5) N/M^2 (newton per meter square)

जैसा की हमने पढ़ ही रखा है की ऊंचाई बढ़ने के साथ ही वायुदाब भी कम होता जाता है इसलिए पहाड़ों पर खाना बनाना बहुत मुस्किल हो जाता है|

द्रव का दाब [Pressure of liquid in hindi]


जब हम किसी द्रवीय पदार्थ(liquid substance) को किसी एक बर्तन(vessel) में या बोतल में या किसी भी बंद बर्तन में रखते हैं तो द्रव के अणु(Molecules) उस बर्तन के क्षेत्र पर एक बल लगाते है जिससे की द्रव के उस निश्चित क्षेत्र पर दबाब पड़ता है |  

 "द्रव के अणुओं के द्वारा बर्तन की दीवार अथवा तली के प्रति एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को द्रव का दाब कहते हैं|"

"The force exerted by the molecules of the fluid on the surface area of ​​the vessel or per unit area is called the pressure of the fluid".



 द्रव के अंदर किसी बिंदु(Some point) पर द्रव के कारण दाब द्रव की सतह से उस बिंदु की गहराई (h) द्रव के घनत्व (d) तथा गुरुत्वीय त्वरण(gravitational acceleration) (g) के गुणनफल(multipication) के बराबर(equal) होती है.

यानी कि 

 p(दाब) = h x d x g


द्रव्य के दाब के कुछ नियम भी बनाये गये हैं ..

तो चलिए जान लेते हैं द्रव्य के दाब के कुछ महत्वपूर्ण नियम. 

(i) स्थिर द्रव(Static fluid) में एक ही क्षैतिज तल(Horizontal plane) में स्थित सभी बिन्दुओं पर दाब समान होता है.

(ii) स्थिर द्रव के भीतर किसी बिंदु पर दाब प्रत्येक दसा(situation) में बराबर होता है.

(iii) द्रव के भीतर किसी बिंदु पर दाब स्वतंत्र तल(Independent floor) से बिंदु की गहराई के अनुक्रमानुपाती (Sequentially) होता है.

(iv) किसी बिंदु पर द्रव का दाब द्रव के घनत्व(density) पर निर्भर करता है. घनत्व अधिक होने पर दाब भी अधिक होता है.


द्रवों में दाब के नियम [Fluid pressure rules]


पास्कल के नियम का प्रथम कथन{The first statement of Pascal's law}:- यदि गुरुत्वीय प्रभाव(Gravitational influence) को नगण्य(Negligible) माना जाए तो संतुलन की अवस्था में द्रव के भीतर प्रत्येक बिंदु पर दबाव समान होता है.

पास्कल के नियम का द्वितीय कथन{The second statement of Pascal's law}:- किसी बर्तन में बंद द्रव के किसी भाग पर आरोपित बल(Charged force), द्रव द्वारा सभी दिशाओं में समान परिमाण में संचरित कर दिया जाता है.

पास्कल के नियम पर आधारित कुछ यंत्र हैं: हाइड्रोलिक लिफ्ट, हाइड्रोलिक प्रेस, हाइड्रोलिक ब्रेक आदि.
द्रव का दाब उस पात्र के आकार या आकृती पर निर्भर नहीं करता जिसमें द्रव रखा जाता है.



गलनांक तथा क्वथनांक पर दाब का प्रभाव {Effect of pressure on melting and boiling points}

गलनांक पर प्रभाव {Effect on melting point:}


(i) गर्म करने पर जिन पदार्थों का आयतन(Volume) बढ़ता है, दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी बढ़ जाता है: जैसे- मोम, घी आदि.



(ii) गर्म करने पर जिन पदार्थों का आयतन घट जाता है, दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक(melting point) भी कम हो जाता है: जैसे- बर्फ

क्वथनांक पर प्रभाव{Effect on boiling point} 


सभी द्रवों का क्वथनांक बढ़ाने पर दाब बढ़ जाता है |



तो दोस्त आज की क्लास में हमने जाना की दाब क्या होता है? वायुमंडलीय दाब क्या होता है? द्रवीय दाब क्या होता है? और हमने दाब के प्रकार के बारे में भी जाना |



मुझे लगता है की आपके भी लगभग सारे सवालों के जबाब मिल चुके होगे और अगर कुछ भी डाउट है तो कमेंट करो हम पको रिप्लाई करके आपके सारे डाउट क्लियर करने की कोसिस करेंगे |



पेज छोड़ने से पहले क्लास का फीडबैक जरुर लिखना कमेंट बॉक्स में वो हमारे लिए बहुत ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है



 और अगली क्लास को पढने के लिए निचे ये रेड वाला आइकॉन प्रेस करो नोतिफ़िकतिओन मिलता रहेगा या तो जीमेल दे करके भी आप हमें फॉलो कर सकते है |



मिलते हैं अगली क्लास में...








    

Post a Comment

Previous Post Next Post